क्या दुनिया के दूसरे नम्बर के रईस. अडानी नही, 
मोदी थे.. ?? 

क्या दिनोदिन दौलत, असल मे भाजपा की घट रही है?? राहुल की प्रेस कॉन्फ्रेंस का आखरी हिस्सा सुनिये- 

"आप इसलिए अडानी जी को प्रोटेक्ट कर रहे हो, 
क्योकि आप ही अडानी हो..."
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राहुल की मानें तो मामला एकदम साफ हो गया। 

हिंडनबर्ग ने दरअसल भाजपा और खासकर मोदी की नियंत्रित दौलत पर चोट की है। वो दौलत, जो एक विशाल पार्टी को चलाने, उसके साल भर चलने वाले महंगे अभियानों के खर्च उठाने, विधायक,-सांसद, मीडिया, अफसर, जजो को खरीदने अथवा उनको धमकाने के लिए प्रयोग हो रही है। 

140 करोड़ जनता को दौलत के जूते तले मसलकर, सत्ता पर आजीवन नियंत्रण के लिए, जूता बड़ा होना जरूरी है। तो इसीलिए उसका आकार, सारे जोखिम लेकर भी बढाया गया। 
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किसी नॉवल मे पढा था, एक अफसर रिश्वत नही लेता। लेकिन ग्राहक से कहता है, फलॉ अनाथालय को इतना दान दे दो। अंत मे मालूम होता है .. असल मे अनाथालय संचालक, उस अफसर का भाई है। 

रिश्वत के पैसों से दोनो मिलकर मौज करते है। 

अब अडानी अपना व्यवसाय तो कर रहे हैं, मगर असल मे भाजपा के मुंशी हैं। उनका तंत्र मोदी और भाजपा के पैसे घुमाने, सेफ रखने, वाले अमानतदार की भूमिका निभा रहा है, ऐसा राहुल का आरोप आभास देता है। 
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क्या राहुल का कहना है कि अडानी, सिर्फ हैण्डलर हैं, पैसा भाजपा का है, उसके नियंत्रण में है ? क्या इसलिए भारत की पूरी राजव्यवस्था, वित्त नीति, विदेश नीति, रक्षा नीति, अडानी ग्रुप की जेब भरने में लगी है?? 

क्या मोदी का धन प्रबंधन यह इस ग्रुप का असली काम है। क्या तमाम धन्धे, दिखावटी है। अधिकांश घाटे में हैं, कुप्रबंधन में है। यह तो सच है कि कोई आम एसआइपी या म्युचुअल फंड मैनेजर, अडानी मे इन्वेस्टमेण्ट नहीं करता। 

मगर आश्चर्यजनक रूप से EPFO और LIC करते हैं। और दुनिया भर मे फैली ऐसी शेल कंपनियां करती हैं, जिनके मालिकों का पता नही, पते, बिजनेस और पैसे के स्रोत का पता नही !!!
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पैसा भाजपा की ताकत है। राहुल ने अडानी पर हमला किया है। मौजूदा सत्ता प्रणाली के लिए  सीधे सीधे लाइफलाइन पर हमला है। राहुल समझ चुके हैं कि अडानी का पैसा खत्म, मोदी का चमत्कार खत्म। 

इसलिए राहुल अडानी के पीछे नही पड़े, वो मोदी की नाभि पर सीधे निशाना लगा रहे हैं। भाजपा बौखलाई हुई है। 

वह अडानी को नही, खुद को बचा रही हैं। 
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राहुल ने साफ साफ कह दिया है कि अडानी मुखौटा है। उसका पैसा, सरकारी से करप्शन का पैसा है। जब आप यह समझ जाएंगे, मौजूदा तूफान की कहानी समझ आ जायेगी।